ज़ुबान है फिकी शाम से
हुई ना तोसे बात भी
बिना मैं तेरे बेमज़ा
हुई हूं देखो आज भी
करू मैं ये गुज़ारिशें
मोहोबतों का मोल दे
नींदों में मेरी ख़्वाब का
ज़रा सा मीठा घोल दे
मैं बन जा, बन जा हूं तेरी
मैं बन जा, बन जा बन जा बन जा हूं तेरी
ਇਸ਼ਕੇ ਦੀ चाशनी
ਓ ਮਿੱਠੀ ਮਿੱਠੀ चाशनी
मैं ना मांगूंगी धूप धीमी धीमी
मैं ना मांगू चांदनी
तेरे जीने में मुझसे हो
ਇਸ਼ਕੇ ਦੀ चाशनी
ਓ ਮਿੱਠੀ ਮਿੱਠੀ चाशनी
मेरे खयालों में हमेशा
तू बातें सारी अच्छी अच्छी करता
हो... देखू सुबह सुबह जो तुझे
तो सारा दिन अच्छा है गुजरता
ये कैसी तेरी आरजू
ये कैसी तेरी ख्वाहिशें
तुझी से देखो मैं करू
तेरी ही फरमाइशें
मैं बन जा, बन जा हूं तेरी
मैं बन जा, बन जा बन जा बन जा हूं तेरी
ਇਸ਼ਕੇ ਦੀ चाशनी
ਓ ਮਿੱਠੀ ਮਿੱਠੀ चाशनी
तेरी वफाओं का उजाला
हमेशा मेरे संग संग चलता
हो... तारे गीनु क्यूं रातों को मैं
मेरा तो कभी दिन ही ना ढलता...
नीघाओं में जो ख़्वाब सा
आता है तेरा प्यार है
तू ही है मेरे सामने
तेरा ही इंतेंजार है
मैं बन जा, बन जा हूं तेरी
मैं बन जा, बन जा बन जा बन जा हूं तेरी
ਇਸ਼ਕੇ ਦੀ चाशनी
ਓ ਮਿੱਠੀ ਮਿੱਠੀ चाशनी
मैं ना मांगूंगी धूप धीमी धीमी
मैं ना मांगू चांदनी
तेरे जीने में मुझसे हो
ਇਸ਼ਕੇ ਦੀ चाशनी
ਓ ਮਿੱਠੀ ਮਿੱਠੀ चाशनी
हाँ... ਮਿੱਠੀ ਮਿੱਠੀ चाशनी
ਓ ਮਿੱਠੀ ਮਿੱਠੀ चाशनी