छन से जो टूटे कोई सपना
जग सूना-सूना लागे
जग सूना-सूना लागे
कोई रहे ना जब अपना
जग सूना-सूना लागे
जग सूना-सूना है, तो
ये क्यूँ होता है?
जब ये, ये दिल रोता है
बरसेगा सावन
बरसेगा सावन झूम-झूम के
दो दिल ऐसे मिलेंगे
हाँ, आओगे जब तुम, साजना
अंगना फूल खिलेंगे
आओगे जब तुम, साजना
अंगना फूल खिलेंगे
चंदा को ताकूँ रातों में
है ज़िन्दगी तेरे हाथों में
पलकों पे झिलमिल तारे हैं
आना भरी बरसातों में
वीरानी सी वीरानी है
तन्हाई सी तन्हाई है
और एक हम है प्यार के बिन
हर पलछिन
छन से जो टूटे कोई सपना
जग सूना-सूना लागे
जग सूना-सूना लागे (हाँ)
कोई रहे ना जब अपना
जग सूना-सूना लागे
जग सूना-सूना लागे रे
हाँ, रूठी-रूठी सारी रातें
फीके-फीके सारे दिन
पत्थरों की इस नगरी में
पत्थर चेहरे, पत्थर दिल
साँसों की लय मद्धम चले
तोसे कहे
बरसेगा सावन
बरसेगा सावन झूम-झूम के
दो दिल ऐसे मिलेंगे
ਦਿਲ ਜੁੜੇ ਬਿਨਾ ਹੀ ਟੁੱਟ ਗਏ
ਹੱਥ ਮਿਲੇ ਬਿਨਾ ਹੀ ਛੁੱਟ ਗਏ
ਕੀ ਲਿਖੇ ਨੇ ਲੇਖ ਕਿਸਮਤ ਨੇ?
ਬਾਰ-ਬਾਰ ਰੋਣ ਅੱਖੀਆਂ
ਤੈਨੂੰ ਜੋ ਨਾ ਵੇਖ ਸਕੀਆਂ
ਖੋਲਿਆ ਏ ਆਜ ਕੁਦਰਤ ਨੇ
ਕੱਟਾਂ ਮੈਂ ਕੀਵੇਂ ਦਿਨ?
ਤੇਰੀ ਸੌਂਹ, ਤੇਰੇ ਬਿਨ
ਮੈਂ ਤਾਂ ਜੀਆਂ, ਨਾ ਮਰਾਂ