शेर की ज़ुबानी
सुन ये शेर की कहानी
यहाँ रॅप नही होता
तेरे वहम को भगादी
लड़कियाँ ना गाड़ी
अपनी अलग ही आबादी
असल रॅप का ये ज्वाला
तेरे आत्मा में जगादी
क्यूँकी फरक है
हाँ तुझे छेड़ने की तलब है
तु नकली वाला मरद
मर्दानगी पे कलंक
हैवानियत की शकल
जितनी तुझमे में गर्मी
उससे ज़्यादा गरम
मेरा कलम
क्यूँ इतना बेशरम
क्या काम का वो आज
जिसमे तेरा कल नही
क्या काम का वो काम
जिसमे तु सफल नही
बल नही
दिमाग की ज़रूरत
तेरे भाई की हुकूमत
सच्चाई की ये सूरत
भाग भाग भाग
आया शेर आया शेर
भाग भाग भाग
आया शेर आया शेर
भाग भाग भाग
आया शेर आया शेर
सच्चाई की ये लहर
हर मोहल्ले में कहर
आं दादागिरी बंद कर
तु चल तो संभल कर
खुद को तो ढूँढ के तु
उसको अमल कर
नकली गुरूर
उसको मसल कर
नकली वजूद
उसको कुचल कर
आ ज़रा कम कर
शाने गिरी कम कर
आ ज़रा कम कर
लुक्खे गिरी कम कर
आ ठंडा कर जो बुखार तेरे सर पर
कम कर
गुरूर ये खतम कर
आ ज़रा कम कर
शाने गिरी कम कर
आ ज़रा कम कर
लुक्खे गिरी कम कर
आ ठंडा कर जो बुखार तेरे सर पर
कम कर
गुरूर ये खतम कर
भाग भाग भाग
आया शेर आया शेर
भाग भाग भाग
आया शेर आया शेर
भाग भाग भाग
आया शेर आया शेर
सच्चाई की ये लहर
हर मोहल्ले में कहर
भाग भाग भाग
आया शेर आया शेर...
Sher ki jubani sun ye
Sher ki kahani
Yahan rap nahi hota
Tere wehem ko bhagadi
Ladkiyan na gaadi
Aapni alag hi aabadi
Aasal rap ka jwala
Tere aatma mein jaga di
Kyunki farak hai
Ah tujhe chhedne ki talab hai
Tu nakli wala marad
Mardangi pe kalank
Haiwaniyat ki shakal
Jitni tujhme garmi usse
Jyada garam mera kalam
Kyun itna besharam
Kya kaam ka woh aaj
Jisme tera kal nahi
Kya kaam ka woh kaam
Jisme tu safal nahi
Bal nahi, dimag ki jarurat
Tere bhai ki hukumat
Sachchai ki yeh surat