Armaan malik - Intezari Songtexte

आ ना, आ भी जाना, इन्तेज़ारी है तेरी
ले जा, जो रिश्तों की रेज़गारी है तेरी

वो जो हम रोये साथ थे
भीगे दिन और रात थे
खारे खारे पानी की कहानी वो लेजा ना

आ ना, आ भी जाना, इन्तेज़ारी है तेरी
ले जा, जो रिश्तों की रेज़गारी है तेरी

दाँत काटे, संग बांटे
खटे मीठे का मज़ा है
ज़बाँ पे अब भी ताज़ा साथिया
चाँद देखो था जो हमने चार आँखों से कभी
कैसे देखूँ उसको तनहा साथिया?

दाँत काटे, संग बांटे
खटे मीठे का मज़ा है
ज़बाँ पे अब भी ताज़ा साथिया
चाँद देखो था जो हमने चार आँखों से कभी
कैसे देखूँ उसको तनहा साथिया?

हो कभी यूँही तकना तुझे, यूँही देखना
कभी बैठे बैठे यूँही तुझे सोचना
वो पल क़रार के
वो जो थे लम्हें प्यार के
उन्हें मेरे ख़्वाबों से
खयालों से ले जा ना

आ ना, आ भी जाना इन्तेज़ारी है तेरी
ले जा, जो रिश्तों की रेज़गारी है तेरी

कभी रूठना वो तेरा किसी बात पर
कभी हँसके ताली देना मेरे हाँथ पे
थोड़े शिखवे, कुछ गीले
वो जो थे अपने सिलसिले
टूटे हुवे वादे वो
इरादे वो ले जा ना

आ ना, आ भी जाना इन्तेज़ारी है तेरी
ले जा, जो रिश्तों की रेज़गारी है तेरी

दाँत काटे, संग बांटे
खटे मीठे का मज़ा है
ज़बाँ पे अब भी ताज़ा साथिया
चाँद देखो था जो हमने चार आँखों से कभी
कैसे देखूँ उसको तनहा साथिया?

दाँत काटे, संग बांटे
खटे मीठे का मज़ा है
ज़बाँ पे अब भी ताज़ा साथिया
चाँद देखो था जो हमने चार आँखों से कभी
कैसे देखूँ उसको तनहा साथिया?

Aa na.. aa bhi jaa na intezari hai teri
Le ja.. jo rishton ki rezgaari hai teri
Woh jo hum roye saath thhe
Bheege din aur raat thhe
Khaare khaare paani ki kahani woh leja na

Aa na.. aa bhi jaa na intezari hai teri
Le ja.. jo rishton ki rezgaari hai teri

Daant kaate, sang baante
Khatte meethe ka maza hai
Zabaan pe ab bhi taaza saathiya
Chand dekha tha jo humne
Chaar aankhon se kabhi
Kaise dekhun usko tanha saathiya (x2)

Ho.. kabhi yunhi takna tujhe, yunhi dekhna
Kabhi baithe baithe yunhi tujhe sochna
Wo pal qaraar ke, woh jo the lamhe pyaar ke
Unhe mere khwabon se khayalon se le jaa na

Aa na.. aa bhi jaa na intezari hai teri
Le ja.. jo rishton ki rezgaari hai teri

Kabhi roothna woh tera kisi baat par
Kabhi hanske taali dena mere haath pe
Thode shikve kuch gile
Woh jo thhe apne silsile
Toote huve waade woh iraade woh le jaa na

Aa na.. aa bhi jaa na intezari hai teri
Le ja.. jo rishton ki rezgaari hai teri

Daant kaate, sang baante
Khatte meethe ka mazaa hai
Zubaan pe ab bhi taaza saathiya
Chaand dekha tha jo humne
Chaar aankhon se kabhi
Kaise dekhun usko tanha saathiya (x2)
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